अक्षय तृतीया पर्व पर मंगलवार को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड हिमालय की चारधाम यात्रा विधिवत रूप से शुरू हो जाएगी।
इसी कड़ी में सोमवार दोपहर मां गंगा की डोली शीतकालीन प्रवास मुखवा से अपने पहले पड़ाव भैरवघाटी के लिए रवाना हुई। मंगलवार सुबह 6:30 बजे डोली गंगोत्री के लिए रवाना होगी और सुबह ठीक 11:15 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोल दिए जाएंगे।
वहीं, देवी यमुना की डोली मंगलवार सुबह शीतकालीन पड़ाव खरसाली से रवाना होगी और दोपहर 12:15 बजे यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। कपाटोद्घाटन के लिए गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की फूलों से भव्य सजावट की गई है।
उधर, पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से भगवान केदारबाबा की पंचमुखी डोली भी सोमवार को केदारनाथ के लिए रवाना हो गई। धाम के कपाट छह मई को खोले जाएंगे। जबकि, बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाने हैं।ऋषिकेश में जय बदरी विशाल, हर-हर महादेव और जय मां गंगे के जयघोष के साथ तीर्थनगरी से 50 बसों से 1900 से अधिक यात्री यात्रा के लिए रवाना हुए। कोरोना महामारी के चलते दो वर्ष बाद शुरू हुई यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में अपार उत्साह है।